मालवा लाइव। थांदला
थांदला। जैन दर्शन में संयम को आत्म साधना का मार्ग बताया गया है। इस दुष्कर राज मार्ग पर चलकर अनेक आत्माओं ने स्व पर का उद्धार किया है। आगामी 18 मई को बड़नगर में पुण्य सम्राट श्रीमद विजय जयंतसेन सूरीश्वरजी महाराज साहेब के पट्टधर शिष्य जैनाचार्य पूज्य श्री नित्यसेन सूरीश्वरजी महाराज साहेब के मुखारविंद से जैन भगवती दीक्षा अंगीकार करने जा रही मुमुक्षु बहन मयूरी मनोज सियाल की विशाल शोभायात्रा कमल कुमार बाबूलाल छाजेड़ परिवार के निवास स्थान से निकली जो मुख्य मार्गों से होती हुई थांदला जिनालय पहुँची जहाँ मुमुक्षु बहन ने भगवान के दर्शन किये वही मूर्तिपूजक जैन श्री संघ अध्यक्ष कमलेश जैन "दायजी" महिला मंडल अध्यक्ष श्रीमती आभा पीचा सहित मूर्ति पूजक श्रीसंघ के पदाधिकारियों ने मुमुक्षु बहन का बहुमान किया। शोभायात्रा का समापन स्थानीय पौषध भवन पर हुआ जहाँ विराजित महासती पूज्या श्रीनिखिलशिलाजी म.सा. एवं पूज्या श्री संयमप्रभाजी म.सा. के सानिध्य में मुमुक्षु बहना का श्रीसंघ के पूर्वाध्यक्ष महेश व्होरा, रमेशचन्द्र चौधरी, नगीनलाल शाहजी,भरत भंसाली, महिला मंडल अध्यक्षा श्रीमती सुधा शाहजी, अनुपमा श्रीमाल, आदि ने मुमुक्षु बहन का संघ कि ओर से तथा बाबूलाल छाजेड़ परिवार द्वारा बहुमान किया गया। इस अवसर पर धर्म सभा में पूज्या श्री संयमप्रभाजी ने कहा कि संसारी सुख के पीछे क्षणिक सुख, परिवर्तनशील व बाद में दुख देने वालें 3 कलंक लगे हुए है जबकि संयम साधना का सुख परमानेंट, परफेक्ट व पर्सनल सुख कि तरह शाश्वत सुख प्रदान करता है, यह मार्ग मयूरी बहन ने चुना है इसलिये उन्हें धन्यवाद देते है। उन्होनें मंगल आशीर्वाद देते हुए कहा कि मयूरी बहन की संयम यात्रा गुरु चरणों मे समर्पित होकर निर्मल चारित्र पालन करते हुए आत्मलक्ष्य को प्राप्त करने वाली बने। इस अवसर पर पूज्या श्री निखिलशिलाजी म.सा. ने संयम की राहें हो रोशन मिलें सफलता की स्तवन भावांजलि से आशीर्वाद प्रदान किया। विराजित महसतियों के मंगल आशीर्वाद के पश्चात मुमुक्षु बहन ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित कर बड़नगर दीक्षा प्रसंग पर पधारने का आमंत्रण देते हुए कहा कि देव भी जिस रजोहरण को पाने के लिए तरसते है उसे मनुष्य जन्म में पाकर में भव सफल बनाना चाहती हूँ इसलिये आप सभी मंगल आशीर्वाद प्रदान करने 18 मई को बड़नगर जरूर पधारें। संघ सभा का संचालन सचिव प्रदीप गादिया ने किया व प्रवक्ता पवन नाहर ने मुमुक्षु बहन की संयम यात्रा की शुभकामना देते हुए आभार माना।