Tanmay Chaturvedi@ Malwa Live
पेटलावद। बीते 4-5 सालों से ठंडा पड़ा अतिक्रमण का एक मामला फिर सुर्खियों में आ गया है। यह मामला मुस्लिम समाज के कब्रस्तान (मुक्तिधाम) से जुड़ा हुआ है, जिस पर मुस्लिम समाज के ही एक परिवार ने अवैध रूप से अतिक्रमण करने के आरोप लगे है। इसे लेकर एक बार फिर से मुस्लिम समाजजनों ने एसडीएम आईएएस शिशिर गेमावत से गुहार लगाई है। समाजजन एसडीएम से मिले और उन्हें पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया। इसके साथ ही उन्होनें इस अतिक्रमण को जल्द हटाने और कब्रस्तान का रास्ता खोलने की मांग ज्ञापन में की है।
गौरतलब है कि पेटलावद नगर के राजापुरा मोहल्ले में समाज का एक कब्रस्तान है, जो नुजुल की भूमि पर स्थित है, जिसका सर्वे नंबर 1941 शासकीय है। यहां वर्षो से पर रितीरिवाज के अनुसार समाज के किसी भी व्यक्ति के इंतकाल (मृत्यु) के बाद सुपूर्दे खाक (दफनाया) जा रहा है। इससे जुड़े सबूत यह है कि वहां 50 सालों पहले तक की कब्रे आज भी मौजूद है, लेकिन समाजजनों का आरोप है कि इस कब्रस्तान पर बिस्मिल्लाह शाह व उसके परिवार के लोगो के द्वारा फर्जी और अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया है और कब्रस्तान का रास्ता बंद कर दिया है। जब तीज त्योहारों पर समाज का कोई व्यक्ति अपने पूर्वजों की कब्रों पर जाते है तो यह परिवार उनसे विवाद करता है। आष्चर्यजनक बात तो यह है कि इस परिवार ने बिना अनुमति के कई सारा निर्माण कब्रस्तान की भूमि पर कर लिया और प्रषासन को गुमराह भी किया।
तत्कालीन एसडीएम की अगुवाई में बनी टीम ने माना था सार्वजनिक कब्रस्तान-
समाज के सदर राहिल रजा मंसूरी, सेकेट्री ईमामूद्दीन शेख और मुस्ताक शेख ने बताया पूर्व में भी इनके द्वारा विवाद करने पर तत्कालीन एसडीएम सीएस सोलंकी की अगुवाई में बनी टीम ने यहां का मौका मुआयना कर इसे सार्वजनिक कब्रस्तान माना था और इसका मौके पर पंचनामा बनाकर उक्त लोगो के खिलाफ कार्रवाई की गई थी। इसके साथ ही तत्कालीन एसडीएम ने अवैध निर्माण को हटाकर कब्रस्तान का रास्ता खुलवाया था और उसी समय एक नया गेट भी लगवाया था, लेकिन एसडीएम के तबादले के बाद उक्त परिवार ने इस गेट को बंद कर दिया।
जल्द हटवाया जाए अतिक्रमण, नही तो करेंगे आंदोलन-
समाज के लोगो ने मांग की है कि यह वक्फ संपत्ति है जिसके व्यवस्थापक व प्रभारी कलेक्टर है। इसलिए इस सार्वजनिक कब्रस्तान की भूमि से जल्द ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई प्रषासन द्वारा की जाए। समाजजनों ने यह भी बताया कि बिस्मिल्लाह शाह के नाम पर राजस्व रिकार्ड में कोई भूमि दर्ज नही है व नगर परिषद रिकार्ड में भी कोई खुली भूमि उसके नाम पर दर्ज नही ह। यदि उक्त परिवार किसी भूमि पर रजिस्ट्री का दावा करता है तो उसकी निष्पक्ष तरीके से जांच करवाई जाए कि आखिर उक्त भूमि जिसकी रजिस्ट्री उक्त परिवार बता रहा है वह आज से 20 से 25 सालो पहले किसके नाम से दर्ज थी। साथ ही उक्त रजिस्ट्री में दर्षाई भूमि के अलावा अन्य शेष भूमि का कब्जा मुस्लिम पंच को दिलवाया जाए। समाजजनों ने चर्चा में बताया कि अगर शासन-प्रषासन इस बार निष्पक्ष तरीके से जांच नही करता है तो फिर हम सभी को आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।
मैं जांच के आदेश दे रहा हूं-
एसडीएम शिशिर गेमावत ने बताया इस मामले में वे जांच के आदेश दे रहे है। अगर अवैध अतिक्रमण पाया जाता है तो नियमानुसार जो कार्यवाही होगी वो की जाएगी।