*वीर हनुमान के प्राचीन मंदिर को स्वच्छता का नया स्वरूप देने वाली प्रेरणादायक पहल*
● पेटलावद (झाबुआ)
मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के तहसील मुख्यालय पेटलावद से तीन किलोमीटर दूर स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर, जिसे क्षेत्रवासी श्रद्धा और आदर से हनुमानगढ़ के नाम से पुकारते हैं, अब एक नए स्वरूप में दृष्टिगोचर हो रहा है। यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र है, बल्कि मंगलवार और शनिवार को श्रद्धालुओं का अपार जनसमूह वीर बजरंगबली के दर्शन के लिए यहां उमड़ता है। मंदिर में पूर्व मुखी हनुमान जी की प्राचीन प्रतिमा विराजमान है, जिसे वीर हनुमान के नाम से जाना जाता है।
*लंबे समय से उपेक्षित स्वच्छता का संकल्प*
हनुमानगढ़ मंदिर, जिसकी आध्यात्मिक महत्ता असीम है, लंबे समय से स्वच्छता और साफ-सफाई की समस्या से जूझ रहा था। मंदिर परिसर और उसके आसपास कचरे के ढेर, प्लास्टिक की थैलियां, खाद्य पदार्थों के खाली पैकेट और बड़ी घास ने श्रद्धालुओं की भक्ति भावना को बाधित करना शुरू कर दिया था। जो श्रद्धालु वहां पूजा-अर्चना के लिए आते, वे गंदगी देखकर चिंतित हो जाते, किंतु कोई भी इस समस्या का समाधान निकालने के लिए निर्णायक कदम नहीं उठा पा रहा था। श्रद्धालुओं का मानना था कि स्वच्छता का पवित्र संकल्प इस मंदिर की गरिमा को और बढ़ाएगा, परंतु उनकी चिंताएं केवल चर्चा तक ही सीमित रह जाती थीं।
*श्री दिनेश शर्मा :*
*पुलिस सेवा का सामाजिक चेहरा*
पेटलावद पुलिस थाने के निरीक्षक श्री दिनेश शर्मा ने इस समस्या को गंभीरता से लिया। एक सच्चे धर्मप्रेमी और समाजसेवी के रूप में उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर पहल करते हुए अपने पुलिस थाने के कर्मचारियों के साथ मंदिर की स्वच्छता के लिए एक विशेष अभियान चलाने का संकल्प लिया।
श्री दिनेश शर्मा ने न केवल इस अभियान का नेतृत्व किया, बल्कि इसे एक प्रेरणादायक सामाजिक पहल में परिवर्तित कर दिया। उन्होंने अपने पुलिस स्टाफ को साथ लेकर मंदिर परिसर और उसके आसपास बिखरे कचरे को साफ किया।
*स्वच्छता अभियान का व्यापक प्रभाव*
पुलिसकर्मियों द्वारा चलाए गए इस स्वच्छता अभियान ने पूरे इलाके में एक सकारात्मक संदेश फैलाया है। आमतौर पर पुलिस का कार्य कानून-व्यवस्था बनाए रखने तक सीमित माना जाता है, परंतु पेटलावद पुलिस थाने की इस पहल ने पुलिस के सामाजिक और मानवीय पहलू को उजागर किया।
श्री दिनेश शर्मा के नेतृत्व में किए गए इस कार्य को जब सोशल मीडिया पर साझा किया गया, तो यह देखते ही देखते वायरल हो गया। लोग न केवल इस पहल की प्रशंसा कर रहे थे, बल्कि श्री शर्मा और उनकी टीम के प्रयासों को अनुकरणीय मानते हुए उनकी भूरी-भूरी प्रशंसा कर रहे थे।
*पहले भी कर चुके हैं सामाजिक कार्य*
यह पहली बार नहीं है कि श्री दिनेश शर्मा ने सामाजिक पहल में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई हो। इसके पूर्व भी उन्होंने विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं। चाहे वह जरूरतमंदों की मदद हो, सार्वजनिक स्थानों की देखरेख हो, या फिर किसी आपदा में राहत पहुंचाना, उन्होंने हर बार अपनी जिम्मेदारी से बढ़कर कार्य किया है।
उनके नेतृत्व में पेटलावद पुलिस थाने ने सामाजिक कार्यों के प्रति जो संवेदनशीलता दिखाई है, वह क्षेत्र में मिसाल बन गई है। हनुमानगढ़ मंदिर के स्वच्छता अभियान के बाद, यह स्थान अब न केवल आस्था का केंद्र है, बल्कि स्वच्छता और जागरूकता का प्रतीक भी बन गया है।
*श्रद्धालुओं की प्रतिक्रिया*
इस अभियान के बाद जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे, तो उन्होंने साफ-सुथरे परिसर को देखकर श्री शर्मा और उनकी टीम के प्रति आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि इस प्रयास ने उनकी भक्ति को और भी प्रबल बना दिया है। कई श्रद्धालुओं ने यह भी कहा कि अब वे स्वयं भी मंदिर की स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।
*पुलिस की यह पहल क्यों है विशेष?*
*1. धार्मिक स्थल की स्वच्छता :* यह अभियान न केवल मंदिर की गरिमा को बहाल करने का कार्य करता है, बल्कि इसे और अधिक पवित्र और आकर्षक बनाता है।
*2. सामाजिक जागरूकता :* श्री दिनेश शर्मा ने अपने कार्य से यह संदेश दिया कि स्वच्छता किसी एक व्यक्ति की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि समाज के हर सदस्य का कर्तव्य है।
*3. पुलिस का मानवीय चेहरा :* पुलिस का यह रूप जनता के मन में उनके प्रति विश्वास और सम्मान को और मजबूत करता है।
*प्रशंसा और प्रेरणा*
स्वच्छता के इस अभियान को न केवल स्थानीय समुदाय ने सराहा, बल्कि सोशल मीडिया के माध्यम से इसे व्यापक प्रशंसा मिली। क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिकों, युवाओं और महिलाओं ने भी इस पहल को प्रेरणादायक बताया। यह पहल इस बात का प्रमाण है कि यदि हर व्यक्ति अपने स्तर पर समाज को बेहतर बनाने का प्रयास करे, तो असंभव लगने वाली समस्याओं का समाधान आसानी से किया जा सकता है। श्री दिनेश शर्मा और उनकी टीम ने यह सिद्ध कर दिखाया है कि सेवा और समर्पण से न केवल सामाजिक बंधनों को मजबूत किया जा सकता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना जा सकता है।
हनुमानगढ़ मंदिर के स्वच्छता अभियान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि धर्म, समाज और प्रशासन जब मिलकर कार्य करते हैं, तो परिवर्तन निश्चित है। श्री दिनेश शर्मा और उनकी टीम का यह प्रयास न केवल एक मंदिर को स्वच्छ करने तक सीमित रहा, बल्कि उसने समाज के हर वर्ग को स्वच्छता के प्रति जागरूक और प्रेरित किया।
ऐसे ही प्रयास ही इलाके को एक सशक्त, स्वच्छ और आदर्श समाज की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। पेटलावद पुलिस थाने की इस पहल को आने वाले समय में एक मिसाल के रूप में याद किया जाएगा।
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