साहब कब पहुंचेगा माही नहर का पानी किसानों के खेत तक
300 से अधिक किसान माही के पानी की वाट जौ रहे...?
चार सौ 50 हेक्टेयर भूमि माही नहर के पानी से वंचित...
कागजी आंकड़ों में मजबूत धरातल फूस...
रिपोर्टर-प्रवीण बसेर
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घुघरी। लाखों करोड़ों रुपए की लागत से क्षेत्र के लिए वरदान साबित होने वाली माही नहरे इन दिनो जिम्मेदार अधिकारियों की अनदेखी और लापरवाही के चलते क्षेत्र के 300 किसान माही नहर के पानी से वंचित किसानों की तकदीर और तस्वीर बदलने वाली माही नहर आखिरकार कब तक पहुंचेगी किसानों के खेत तक.. हर बार की तरह इस बार भी जिम्मेदार अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ लेंगे कि हम दिखवाते हैं परंतु आज तक 8 वर्षों में कभी कोई उचित समाधान नहीं किया जिससे किसान वर्ग खुश हो
*क्या है पूरा मामला जानिये-**
घुघरी क्षेत्र में माही नदी से नहर का संचालन हुआ ठप्प एक माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी गुणवाद खाल के घुघरी क्षेत्र में अभी तक नहरे सूखी पड़ी है। किसान वर्ग अपनी फसलों की सिंचाई समय नहीं कर पा रहे हैं। वहीं किसान दूसरे महंगें संसाधनों से फसलों की सिंचाई करने को मजबूर है। किसानों ने प्रशासन से नहर में पानी छोड़े जाने की मांग कर रहा है। नहर में पानी न होने से किसान अपनी फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। किसान ईश्वर गरवाल, देवजी भाबर, शंकर गुर्जर, उदय सिंह निनामा ,जगदीश कटारा, रामा मालीवाड़ आदि का कहना है कि एक माह से अधिक समय हो गया है नहर चालू हुए परंतु पानी अभी तक नहीं आया। समस्या के बारे में विभाग के अधिकारियों को बताया गया लेकिन ध्यान नहीं दिया गया। किसानों का आरोप है कि पिछले 8 वर्ष से नहर में पानी नहीं आता शुरुआती दौर में पानी छोड़ा गया था किंतु करीब 8 साल बीत चुके पानी नहीं छोड़ा गया। किसानों के अनुसार जब पानी की जरूरत होती हैं तब नहर सूखी दिखाई देती हैं लगभग 300 से अधिक किसानों को यदि समय पर नहर का पानी मिल जाए तो निश्चित ही किसानों का जीवन बदल जाएगा
*क्षतिग्रस्त नहरे-..* देख-रेख के अभाव में घुघरी क्षेत्र की नहरे जर्जर और क्षतिग्रस्त हो चुकी है विभाग के जिम्मेदारों का इस ओर कतई ध्यान नहीं लाखों करोड़ों रुपए के माही प्रोजेक्ट को जिम्मेदार अधिकारी लगा रहे चुना समय पर नहरो का संचालन नहीं कर पाने के कारण हो रही नहरो की स्थिति जर्जर नहीं हो रहा