तन्मय चतुर्वेदी।एडिटर
पेटलावद।यज्ञोपवित संस्कार ही संस्कारों का बीजारोपण है।जिससे समाज समृद्व होता है। यज्ञोपवित के माध्यम से बटुक शिक्षा के साथ संस्कार भी प्राप्त करता है। और समाज को नई दिशा प्रदान करता है। ब्राह्मण का काम समाज को सही दिशा दिखाना है। ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजीत यह सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार बहुत ही सुंदर आयोजन है।कार्यक्रम की मुख्य अतिथि केबिनेट मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने ऐतिहासिक परशुरामजी महोत्सव और सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार के आयोजन में कहीं।
आयोजन में पावन सानिध्य दे रहे महामंडलेश्वर स्वामी प्रणवानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि संस्कार विहीन शिक्षा विनाश की ओर ले जाती है।हमें शिक्षा के साथ संस्कार भी देना होगा। आज के आयोजन संस्कार भी दे रहे है। ब्राह्मण चारो वर्णाे का सरंक्षक है। ब्राम्हण को बडी जवाबदारी है। ब्राह्मण सर्व समाज का है। कार्यक्रम के शुभारंभ में अतिथियों द्वारा भगवान परशुरामजी के चित्र पर माल्यार्पण कर द्वीप प्रज्वलीत कर किया गया। अतिथियों का स्वागत समाज के वरिष्ठजनों के द्वारा किया गया। आयोजन में 3 हजार से अधिक ब्राह्मणों ने हिस्सा लिया जिसमें मध्यप्रदेश सहित गुजरात और राजस्थान के परिजन भी आए।
वहीं बडनगर के विधायक जितेंद्र सिंह पड्या ने के कहा ब्राह्मणत्व का वरण कर हम संस्कारों का वरण करते है। जिससे समाज में सुधारवाद आता है। हमें सनातन धर्म की रक्षा के लिए संस्कारों की आवश्यकता है।
ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष मनोज जानी ने स्वागत भाषण में कहा कि समाज के संपूर्ण सहयोग से इतना बडा आयोजन संपन्न हुआ है। जिसमें संतों का आर्शीवाद प्राप्त हो रहा है। जिसके लिए सभी का सामूहिक सहयोग रहा है।मंच पर महिला मंडल अध्यक्ष संगीता त्रिवेदी, युवा मंडल अध्यक्ष अंशुल व्यास, कन्या मंडल अध्यक्ष उत्तरा उपाध्याय उपस्थित रहे।
बटुको को आर्शीवाद व सम्मान
इस अवसर पर अतिथियों के द्वारा बटुकों को स्मृति चिन्ह भेंट किये गये। जिसमें विधायक निर्मला भूरिया,दाहोद के सामाजिक कार्यकर्ता किंकर रे, हरेंद्र उपाध्याय, दिपेश शुक्ला दाहोद, निरीक्षक दिनेश शर्मा, भाबरा के मनीष शुक्ला, लायंस क्लब पेटलावद सेंट्रल नीलेश भट्ट, अनुराग गौड़, आलोक चौहान, मुकुंद भट्ट, स्वयं सेवक संघ के आकाश चौहान, हेमेंद्र जोशी झकनावदा के द्वारा सम्मान किया गया।इस मौके पर श्रीमती रूपा दिनेश शर्मा की ओर से विद्वान पंडितों को भी वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया। ब्राह्मण समाज के द्वारा सभी बटुकों को फरसे भेंट किये गये। इसके साथ ही अतिथियों का सम्मान भी प्रतिक चिन्ह दे कर किया गया। अतिथियों का स्वागत वरिष्ठ समाजजन विनोद पुरोहित, हेमंत भट्ट आदि ने किया।
ब्राम्हण समाज पेटलावद द्वारा दिनांक 2 मई को ऐतिहासिक परशुरामजी महोत्सव और सामूहिक यज्ञोपवित संस्कार में नगर में विशाल शोभायात्रा निकाली जिसमें 13 घोडो पर 13 बटुकों की यात्रा भी निकाली गई। जिसमें बेंड ढोल और खुली जीप में भगवान परशुरामजी की तस्वीर रख कर झांकी सजायी गई। शोभायात्रा उदय गार्डन से प्रारंभ हुई। नगर में विभिन्न स्थानों पर यात्रा का स्वागत नगर परिषद पेटलावद, उत्तम ग्रुप व भंडारी परिवार, जनपद अध्यक्ष रमेश सोलंकी, जानी परिवार,लायंस क्लब पेटलावद सेंट्रल, ब्राह्मण समाज पेटलावद, ब्राह्मण समाज दाहोद सहित अन्य संस्था संगठनों ने पुष्प वर्षा व स्वल्पाहार के साथ किया। शोभायात्रा में समाज की महिलाओं ने गरबा खेलते हुए और भजनों पर नृत्य करते हुए शोभायात्रा का आनंद लिया। लगभग तीन घंटे में नगर भ्रमण कर शोभायात्रा पुनः उदय गार्डन पहुंची।
परशु (फरसा) का किया अनावरण
महोत्सव में नगर के मुख्य चौराहे पर भगवान परशुरामजी के परशु के स्थापना के लिए 7 फीट के फरसे का अनावरण भी अतिथियों के द्वारा किया गया। जो की परशुराम मार्ग पर लगाया जायेगा। स्वामी प्रणवानंद सरस्वती, मंत्री निर्मला भूरिया, बड़नगर विधायक जितेन्द्रसिंह पंड्या, नप अध्यक्ष ललिता योगेश गामड़,उपाध्यक्ष किरण संजय कहार, हेमंत भट्ट, दिनेश शर्मा, संजय कहार मौजूद थे।
वैदिक मंत्रों से संस्कार करवाये
नगर के विद्वान पंडितों के द्वारा यज्ञोपवित संस्कार की की वैदिक प्रक्रिया को पूर्ण करवाया गया। यज्ञोपवित का क्रम सुबह 6 बजे से प्रारंभ हो गया था जो की शाम 5 बजे संपन्न हुआ।जिसमें वैदिक क्रिया के माध्यम से संस्कारों का बीजारोपण किया गया। आयोजन में समाजजनों का सामूहिक भोजन का आयोजन हुआ। आयोजन को सफल बनाने में वीरेद्र भट्ट, धर्मेद्र द्विवेदी,जीवन भट्ट, मयंक जानी, रजनीकांत शुक्ला, राहुल शुक्ला, निलेश पालीवाल, सत्यनारायण जोशी, कमलेश उपाध्याय,किर्तीश जानी, मनोज व्यास, जय राज भट्ट, मनोज भट्ट, लोमेश भट्ट, मनमोहन पुरोहित, तुषार जानी, धैर्य भट्ट, निखिल भट्ट, हेमांग राज भट्ट का सहयोग रहा।कार्यक्रम का संचालन यश रामावत ने किया और आभार युवा मंडल अध्यक्ष अंशुल व्यास ने माना।