मालवा लाइव।पेटलावद
पेटलावद। गायत्री शक्तिपीठ के तत्वावधान में आयोजित 24 कुंडीय गायत्री महायज्ञ से आसपास वातावरण भक्तिमय हो गया है। वैदिक मंत्रोच्चार एवं अनवरत गायत्री मंत्र से लोगों में भक्ति का संचार हो रहा। देर शाम को 5 हजार से अधिक दीपक जलाकर दीप यज्ञ हुआ। जिसमें सेकड़ो लोगो ने यज्ञ शाला में शिरकत की।
हवन यज्ञ सहित विविध संस्कार हुए जिसमें 111 नए श्रद्धालुओं ने दीक्षा ग्रहण की।
इस दौरान शांतिकुंज हरिद्वार से आई टोली द्धारा भजन कीर्तन एवं प्रवचन भी हुए। टोली नायक नमोनारायण पांडेय ने जीवन की सार्थकता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज दुनिया भौतिकता की अंधी दौर में लिप्त है जबकि बिना आध्यात्मिक ज्ञान के वास्तविक सुख की प्राप्ति सरगिज संभव नहीं है। जिस तरह शरीर के पोषण के लिए आहार की जरूरत है वैसे ही मानस की समृद्धि के लिए आध्यात्मिक चेतना अहम है। इसके बगैर जीवन का कोई सार नहीं है।सच्चा सुख सदा आचरण एवं ईश्वर की कृपा से ही मिलता है इसके लिए समर्थ गुरु का सानिध्य और अनुदान अत्यंत आवश्यक है।
सांध्यकालीन सत्र में दीप यज्ञ का आयोजन किया गया। इस हजारों दीप एक साथ जगमगा उठे। इस यज्ञ का संदेश तमसो मा ज्योतिर्गमय है वहीं आपसी समन्वय और सहानुभूति भी।
गायत्री परिवार के द्वारा शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में संपूर्ण विश्व में आध्यत्मिक संचेतना बढ़ाने और मानव मन में देवत्व का भाव जागृत करने के लिए यज्ञ का आयोजन किया जा रहा। उपरोक्त यज्ञ को सफल बनाने में गायत्री परिवार के सदस्यों ने समय दान दिया।
फ़ोटो: मोहन पडियार