☀ ~ आज का श्रीविद्या पंचांग~☀ ☀ 26 - May - 2022

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जय श्री कृष्ण👏🏻

संस्थापक -  प. पू. गुरूदेव आचार्यडाँ देवेन्द्र जी शास्त्री (धारियाखेडी)

मन्दसौर (म. प्र.)

09977943155



☀ ~ आज का श्रीविद्या  पंचांग~☀


☀ 26 - May - 2022

☀ Mandsaur, India


☀~ श्रीविद्या  पंचांग ~☀


🔅 तिथि  एकादशी  10:55 AM

🔅 नक्षत्र  रेवती  +00:38 AM

🔅 करण :

           बालव  10:55 AM

           कौलव  10:55 AM

🔅 पक्ष  कृष्ण  

🔅 योग  आयुष्मान  10:13 PM

🔅 वार  गुरूवार  


☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ    

🔅 सूर्योदय  05:43 AM  

🔅 चन्द्रोदय  +03:37 AM  

🔅 चन्द्र राशि  मीन  

🔅 सूर्यास्त  07:10 PM  

🔅 चन्द्रास्त  03:37 PM  

🔅 ऋतु  ग्रीष्म  


☀ हिन्दू मास एवं वर्ष    

🔅 शक सम्वत  1944  शुभकृत

🔅 कलि सम्वत  5124  

🔅 दिन काल  01:27 PM  

      राक्षस संवत्सर

🔅 विक्रम सम्वत  2079  

🔅 मास अमांत  वैशाख  

🔅 मास पूर्णिमांत  ज्येष्ठ  


☀ शुभ और अशुभ समय    

☀ शुभ समय    

🔅 अभिजित  11:59:52 - 12:53:42

☀ अशुभ समय    

🔅 दुष्टमुहूर्त  10:12 AM - 11:06 AM

🔅 कंटक  03:35 PM - 04:28 PM

🔅 यमघण्ट  06:36 AM - 07:30 AM

🔅 राहु काल  02:07 PM - 03:48 PM

🔅 कुलिक  10:12 AM - 11:06 AM

🔅 कालवेला या अर्द्धयाम  05:22 PM - 06:16 PM

🔅 यमगण्ड  05:43 AM - 07:24 AM

🔅 गुलिक काल  09:04 AM - 10:45 AM

☀ दिशा शूल    

🔅 दिशा शूल  दक्षिण  


☀ चन्द्रबल और ताराबल    

☀ ताराबल  

🔅 अश्विनी, भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुष्य, आश्लेषा, मघा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, उत्तराभाद्रपद, रेवती  

☀ चन्द्रबल  

🔅 वृषभ, मिथुन, कन्या, तुला, मकर, मीन  


*अपरा एकादशी* 

25 मई 2022 बुधवार को

 सुबह 10:33 से 26 मई, गुरुवार को सुबह 10:54 तक एकादशी है।

 26 मई गुरुवार को एकादशी का व्रत उपवास रखें।

‘अपरा एकादशी’ को उपवास करके भगवान वामन की पूजा करने से मनुष्य सब पापों से मुक्त हो श्रीविष्णुलोक में प्रतिष्ठित होता है ।इसका महात्म  पढ़ने और सुनने से सहस्र गौदान का फल मिलता है ।

            *प्रदोष व्रत* 

 पंचांग के अनुसार, प्रत्येक महिने की दोनों पक्षों की त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत किया जाता है। ये व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस बार 27 मई, शुक्रवार को प्रदोष व्रत है। इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा की जाती है। प्रदोष पर व्रत व पूजा कैसे करें और इस दिन क्या उपाय करने से आपका भाग्योदय हो सकता है, जानिए

  *ऐसे करें व्रत व पूजा*

 प्रदोष व्रत के दिन सुबह स्नान करने के बाद भगवान शंकर, पार्वती और नंदी को पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।

 इसके बाद बेल पत्र, गंध, चावल, फूल, धूप, दीप, नैवेद्य (भोग), फल, पान, सुपारी, लौंग, इलायची भगवान को चढ़ाएं।

 पूरे दिन निराहार (संभव न हो तो एक समय फलाहार) कर सकते हैं) रहें और शाम को दुबारा इसी तरह से शिव परिवार की पूजा करें।

भगवान शिवजी को घी और शक्कर मिले जौ के सत्तू का भोग लगाएं। आठ दीपक आठ दिशाओं में जलाएं।

भगवान शिवजी  की आरती करें। भगवान को प्रसाद चढ़ाएं और उसीसे अपना व्रत भी तोड़ें।उस दिन  ब्रह्मचर्य का पालन करें।

      *ये उपाय करें*

सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करने के बाद तांबे के लोटे से सूर्यदेव को अर्ध्य देें। पानी में आकड़े के फूल जरूर मिलाएं। आंकड़े के फूल भगवान शिवजी  को विशेष प्रिय हैं । ये उपाय करने से सूर्यदेव सहित भगवान शिवजी  की कृपा भी बनी रहती है और भाग्योदय भी हो सकता है।


☀~ श्रीविद्या  पंचांग ~☀


कार्यालय

श्रीविद्यापचांग

सिद्धचक्र विहार 

मन्दसौर मध्यप्रदेश 

आप का दिन शुभ हो 

भारतमाता की जय

09977943155

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