19वां जश्ने उर्स: - उर्स की तैयारियां....हज़रत ओढ़ी वाले बाबा की दरगाह में शुरू हुआ रंगाई-पुताई का कार्य.. 2 जून से शुरू होगा उर्स ... - 2 को तकरीर में आयेंगे 115 वर्षीय दर्शनी सूफी संत ताजदारे मलंगा हजरत मासूम अलीशाह मलंग और उनके बालके रफीक अली शाह मलंग ....

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मालवा लाइव।पेटलावद


पेटलावद। हजरत ओढ़ी वाले दातार के उर्स को अब मात्र 10 दिन शेष रह गए है। पंपावती नदी के पावन तट के किनारे स्थित दातार की दरगाह न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि अन्य धर्म के लोगो के लिए भी आस्था का केंद्र है। यहां होने वाले उर्स में सीमावर्ती गुजरात व राजस्थान राज्य से भी जायरीन आते है। उर्स के मद्देनजर सर्व समाज उर्स कमेटी ने दरगाह परिसर में रंगाई-पुताई का कार्य शुरू किया है। पूरे दरगाह परिसर में पेंटर वसीम खान द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जा रहा है।  

उर्स कमेटी के सदर सलीम शेख और उपसदर अमजद लाला ने संयुक्त रूप से बताया कमेटी के सदस्यों द्वारा उर्स के लिए तैयारियां जोर-शोर से की जा रही है। दरगाह पर आकर्षक रोशनी की जाएगी। जायरिनों के लिए पानी की व्यवस्था अलग से रहेगी। उर्स में साउंड रतलाम के कलाकारो द्वारा लगाया जाएगा। वहीं टेंट व्यवस्था शुभम प्रजापत, लाइट डेकोरेशन नागर इलेक्ट्रानिक और वीडियोग्राफी झलक फोटो स्टूडियो की ओर से की जाएगी। सर्व उर्स कमेटी ने उर्स में अधिक से अधिक संख्या में सहभागिता करने का आह्वान किया है।

गोरतलब है कि पंपावती नदी के किनारे स्थित दरगाह न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि अन्य धर्म के लोगों के लिए भी आस्था और शांति-सोहार्द्र का केंद्र माना जाता है। यहां होने वाले उर्स में कई राज्यों से भी श्रद्धालु अपनी मन्नते लेकर आते हैं। उर्स 4 जून तक चलेगा। तीन दिनों तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन होगा। रात में कव्वाली की महफिल सजेगी। इसमें मध्यप्रदेश और राजस्थान की कव्वाल पार्टियां हजरत की शान में कलाम पेश करेंगी।

*उर्स में पहली बार एक बड़े संत का होगा आगमन-*

इस बार उर्स में एक बड़े संत फकीर का आगमन भी होगा। यह संत मकनपुर (यूपी) में स्थित हजरत बदीउद्दीन शाह मदार जिंदा शाह मदार रे.अ. के गुलाम है, जिनका नाम ताजदारे मलंगा सय्यद मासूम अली शाह मलंग मदारी है। इनकी उम्र 115 साल है और ये बुजुर्ग हस्ती पहली बार पेटलावद में प्रवेश कर रही है। यही नहीं आसपास के जिलों में अभी तक इनका आगमन नहीं हुआ था। पेटलावद जेसी छोटी जगह पर इतने बड़े संत का आगमन कहीं न कहीं पेटलावद की सरजमीं के लिए एक बहुत बड़ी खुशनसीबी की बात है। उनके साथ उनके बालके फ़ख़रे मलंगा सय्यद रफ़ीक अली बाबा मलंग भी मौजूद रहेंगे। 

*लाल बाबा की गादी होगी रोशन-*

मालवा-निमाड़ से लेकर महाराष्ट्र-राजस्थान सहित अन्य जगहों पर लोगो को सभी धर्मो का पाठ पढ़ाने वाले हज़रत लाल बादशाह की गादी शरीफ भी पेटलावद में उनके तमाम चाहने वाले हिंदू-मुस्लिम भाइयों द्वारा इस बार रोशन की जा रही है। बता दे कि विगत 4 साल पहले लाल सरकार ने दुनिया से पर्दा ले लिया था, इसके बाद उनका आस्ताना ए मुबारक रूणिजा गांव  (बड़नगर के पास) में बनाया गया है। इस कार्यक्रम की भी तैयारी सभी अपने स्तर पर कर रहे है।  

*ऐसे आयोजित होगा पूरा कार्यक्रम:*

2 जून: सुबह 8 बजे आस्ताने औलिया पर कुरआन ख्वानी होगी। शाम को असर की नमाज के बाद पुलिस वाले बाबा की दरगाह से चादर शरीफ का जुलूस निकलेगा। जुलूस में जावेद सरफराज चिश्ती कव्वाल द्वारा कोमी एकता और हजरत की शान में एक से बडकर एक कलाम पेश किए जाएंगे। जुलूस नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए आस्ताने औलिया पर पहुंचेगा। जहां संदल और चादर पेश की जाएगी। रात 8 बजे ताजदारे मलंगा हजरत मासूम अली शाह मलंग और उनके बालके हजरत रफीक अली शाह मलंग मोला की शान में तकरीर फरमाएंगे।  

3 जून: रात 8 बजे बाद शुरू होने वाले महफिले सिमां कार्यक्रम में देश के प्रसिद्ध कव्वाल यूसुफ फारुख (जावरा) ओर सदाकत साबरी कपासन (राजस्थान) की कव्वाल पार्टियां प्रस्तुति देगी।

4 जून: सुबह 9 बजे महफिले रंग व कुल की फातेहा होगी। इसमें यूसुफ फारुख कव्वाल पार्टी रंग पढ़ेगी। दोपहर बाद लंगर (विशाल शुद्ध सात्विक भंडारे) का आयोजन किया जाएगा।

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