पेटलावद पुलिस के सद्प्रयास: निराश्रित सेवा आश्रम व महाकाल संस्था ने दिया विक्षिप्त महिला को सहारा

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 पेटलावद पुलिस के सद्प्रयास:

निराश्रित सेवा आश्रम व महाकाल संस्था ने दिया विक्षिप्त महिला को सहारा

पेटलावद।

पिछले शुक्रवार को पेटलावद नगर में एक गर्भवती महिला अर्धनग्न अवस्था में घूमते हुए नजर आई। जिस पर मातृशक्ति एवं दुर्गा वाहिनी द्वारा सूचना मिलने पर महिला को सहारा दिया गया और महिला को कपड़े पहनाकर उसे भोजन करवाया गया।

इसके बाद वाहिनी की सदस्यों ने पुलिस थाना पेटलावद से मदद मांगी। तत्परता से संवेदनशील मामला होने से पुलिस अधीक्षक, झाबुआ पद्मविलोचन शुक्ल के निर्देश व मार्गदर्शन में टीआई दिनेश शर्मा ने संबंधित को आश्वासन मिला कि, वे महिला को पूर्ण सुरक्षा और संरक्षा देंगें। पुलिस ने स्थानीय शासकीय अस्पताल में महिला का मेडिकल चेकअप करवाया तो उसे झाबुआ रैफर किया गया। 

दुर्गा वाहिनी जिला संयोजिका संगीता त्रिवेदी व ब्लॉक संयोजक शिल्पा वर्मा ने बताया कि सूचना मिली थी कि, एक महिला बेसहारा होकर अर्धनग्न और गर्भवती अवस्था में नगर में घूम रही है, जिस पर महिला के पास पहुंचकर उसे कपड़े पहनाए ओर भोजन करवाया गया। 


भटकती रही पुलिस महिला को लेकर-


जानकारी के अनुसार पुलिस उक्त महिला को लेकर दो दिनों तक भटकती रही। संगठन की महिलाएं उसे पेटलावद पुलिस के पास लेकर गई, महिला पुलिस प्रधान आरक्षक रुणीता, उसे मेडिकल के लिए पेटलावद चिकित्सालय ले गई, जहाँ से उसे झाबुआ रेफर कर दिया। पेटलावद थाना की महिला पुलिसकर्मी अंशु बैरसिया आदि पुलिस कर्मी उसे झाबुआ लेकर गई। वहा से उसे महिला बाल विकास के वन स्टॉप सेंटर रेफर कर दिया। जब पुलिस उसका एडमिशन करवाने, वन स्टॉप सेंटर गए तो, उसे लेने से यह कहकर मनाकर दिया कि, यहां ऐसी कोई सुविधा नही है, तो फिर पीड़ित को जिला चिकित्सालय, झाबुआ ले गए, वहां जैसे तैसे रात बिताई ओर महिला सुबह फिर से पेटलावद थाना लाई गई।


निराश्रित सेवा आश्रम व महाकाल संस्था ने दिया सहारा-


इस बीच पुलिस ने लायंस क्लब पेटलावद सेंट्रल के पदाधिकारियों व पैरालीगल वालेंटियर मनोज जानी से संपर्क किया तो, उनके प्रयासों से इंदौर के निराश्रित सेवा आश्रम व महाकाल संस्था के जयु जोशी ओर राजेन्द्र श्रीवास्तव से संपर्क हो गया। उक्त संस्था के सदस्य, पुलिस और उक्त विक्षिप्त महिला के लिए भगवान बनकर सम्पर्क में आए।

सम्पर्क करने पर सरल भाव से ही उक्त महिला को सारी फॉरमैलिटी पूरी करते हुए सेंटर पर रखने को राजी हो गए। पेटलावद चिकित्सालय के बीएमओ डा सुरेश कटारा के सहयोग से एम्बुलेंस के माध्यम से उसे पुलिस ने इंदौर भिजवाया गया। जहां

संस्था के सदस्यों ने सहज भाव से पेटलावद थाने से गई महिला पुलिसकर्मियों आरक्षक संगीता और महिला आरक्षक अंशु बैरसिया ने विक्षिप्त महिला का एडमिशन करवाया। संस्था ने महिला व गर्भ में पल रहे बच्चे का सम्पूर्ण मेडिकल चेकअप करवाया, जिसके बाद दोनों स्वस्थ अवस्था मे है। 


पति ने छोड़ दिया, दो बच्चे की माँ फिर गर्भवती है-

उम्र में लगभग 27 साल की महिला थाना पेटलावद क्षेत्र की रहने वाली है, जिसके पूर्व में दो बच्चे हैं और अब तीसरा बच्चा गर्भ में है। महिला की मानसिक स्थिति को देखकर पति ने उसे उसके माता पिता के भरोसे पीहर में छोड़ दिया। जहाँ महिला के पिता लकवा से ग्रस्त है और माता वृद्धावस्था में है। दुर्गा वाहिनी की सदस्यों में ऐसी अवस्था मे महिला को दर दर की ठोकर खाने के लिए छोड़ने वाले पति और उसके परिजनों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है।

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