☀ ~ आज का श्रीविद्या पंचांग~☀ ☀ 16 - May - 2022

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जय श्री कृष्ण👏🏻

संस्थापक -  प. पू. गुरूदेव आचार्यडाँ देवेन्द्र जी शास्त्री (धारियाखेडी)

मन्दसौर (म. प्र.)

09977943155



☀ ~ आज का श्रीविद्या  पंचांग~☀


☀ 16 - May - 2022

☀ Mandsaur, India


☀~ श्रीविद्या  पंचांग ~☀

   

🔅 तिथि  पूर्णिमा  09:45 AM

🔅 नक्षत्र  विशाखा  01:18 PM

🔅 करण :

           बव  09:45 AM

           बालव  09:45 AM

🔅 पक्ष  शुक्ल  

🔅 योग :

           वरियान  06:16 AM

           परिघ  06:16 AM

🔅 वार  सोमवार  


☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ    

🔅 सूर्योदय  05:46 AM  

🔅 चन्द्रोदय  07:29 PM  

🔅 चन्द्र राशि  तुला  

🔅 सूर्यास्त  07:05 PM  

🔅 चन्द्रास्त  चन्द्रास्त नहीं  

🔅 ऋतु  ग्रीष्म  


☀ हिन्दू मास एवं वर्ष    

🔅 शक सम्वत  1944  शुभकृत

🔅 कलि सम्वत  5124  

🔅 दिन काल  01:18 PM  

      राक्षस संवत्सर

🔅 विक्रम सम्वत  2079  

🔅 मास अमांत  वैशाख  

🔅 मास पूर्णिमांत  वैशाख  


☀ शुभ और अशुभ समय    

☀ शुभ समय    

🔅 अभिजित  11:59:34 - 12:52:50

☀ अशुभ समय    

🔅 दुष्टमुहूर्त  12:52 PM - 01:46 PM

🔅 कंटक  08:26 AM - 09:19 AM

🔅 यमघण्ट  11:59 AM - 12:52 PM

🔅 राहु काल  07:26 AM - 09:06 AM

🔅 कुलिक  03:32 PM - 04:25 PM

🔅 कालवेला या अर्द्धयाम  10:13 AM - 11:06 AM

🔅 यमगण्ड  10:46 AM - 12:26 PM

🔅 गुलिक काल  02:06 PM - 03:45 PM

☀ दिशा शूल    

🔅 दिशा शूल  पूर्व  


☀ चन्द्रबल और ताराबल    

☀ ताराबल  

🔅 भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती  

☀ चन्द्रबल  

🔅 मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु, मकर  


*वैशाख पूर्णिमा* 

हिन्दू धर्म में वैशाख महिने की पूर्णिमा तिथि भी भगवान विष्णु व शक्ति स्वरूपा देवी लक्ष्मी की उपासना के लिए बहुत शुभ बताई गई है। माता लक्ष्मी को सुख-समृद्धि, धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माना गया है।

वैशाख पूर्णिमा यानी 16 मई, सोमवार को देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए नीचे बताएँ उपाय करना भी शुभ व सुख-ऐश्वर्य देने वाला माना गया है-

  सुबह के साथ ही खासकर शाम के वक्त भी स्नान कर माता लक्ष्मी की प्रतिमा की सामान्य पूजा कर  इस मंत्र का जप आर्थिक परेशानियों को दूर करने वाला होगा।

 माता लक्ष्मी को लाल चन्दन, लाल अक्षत, लाल वस्त्र, लाल फूल, मौसमी फल, मिठाई अर्पित करें।

 माता को दूध से बनी खीर का भोग लगाएं। बाद  में देवी लक्ष्मी को इस वैदिक मंत्र स्तुति के उपाय का यथाशक्ति जप करें-

 ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥

 पूजा और मंत्र जप के बाद घी के दीप से माता लक्ष्मी की आरती करें।

 आरती के बाद धन प्राप्ति और सुखी जीवन की कामना करते हुए पूजा-आरती में हुई त्रुटियों के लिए क्षमा प्रार्थना करें।

*कभी स्नान ना कर सकें तो*

तुलसी के पौधे की मिटटी इतनी पवित्र है कि कोई आदमी घर में बहुत बीमार हो नहा नही सकता हो तो आप उसको तुलसी की मिटटी का तिलक कर दो वो आदमी नहाया हुआ जैसा पवित्र माना जायेगा | इसका मतलब ये नही है कि और भी कोई सोचे की वाह बढ़िया आईडिया है कभी नहाना नही और तुलसी की मिटटी का तिलक कर दो हो गया पवित्र हो गये हम तो |


☀~ श्रीविद्या  पंचांग ~☀


कार्यालय

श्रीविद्यापचांग

सिद्धचक्र विहार 

मन्दसौर मध्यप्रदेश 

आप का दिन शुभ हो 

भारतमाता की जय

09977943155

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