पेटलावद। टुडे रिपोर्टर
कहते है बहुत सी बातें शिशु अपनी मां के गर्भ में ही सीखता है इसका सबसे अच्छा उदाहरण अभिमन्यु था।
इसी बात को ध्यान में रख कर 3 अगस्त शनिवार को गायत्री शक्तिपीठ पेटलावद पर सामूहिक पुंसवन आयोजित किया गया। पुंसवन संस्कार में 20 से अधिक गर्भवती महिलाओ का पुंसवन संस्कार संपन्न किया गया। संस्कार संपन्न करवाने विशेष रूप से नलिनी वैरागी, मनोरमा डावर, प्रेमलता शुक्ला झाबुआ से पधारी।
नलिनी दीदी ने संस्कार के करवाते हुए कहा की गर्भकाल के दौरान माताएं जैसा चिंतन और व्यवहार रखेगी आने वाली संतान पर उसका गहरा असर पड़ता है। यह कार्यक्रम पूर्णतः निशुल्क रखा गया था संस्कार में लगने वाली सामग्री की व्यवस्था शक्तिपीठ द्वारा की गई।
कार्यक्रम को सफल बनाने में गायत्री परिवार की महिला मंडल के साथ आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं बहनों का विशेष सहयोग रहा।