ध्रुव व प्रहलाद चरित्रों के माध्यम से हमारी सनातनी परंपरा का पोषण होता है
आत्मा और परमात्मा को जोडने वाले गुरू ही है। - पं. धनराज जी
पेटलावद। टुडे रिपोर्टर
‘‘बलिहारी गुरू आपकी गोविंद दियों बताये।‘‘ गुरू ही गोविंद से मिला सकता है। इसलिए हर मनुष्य को अपने जीवन में एक सच्चे गुरू की शरण में जाना चाहिए। बिना गुरू के कोई काम शुरू नहीं हो सकता है। गोविंद और मनुष्य को जोडने वाली डोर गुरू ही है। आत्मा का परमात्मा में मिलन गुरू की करवा सकते है। श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन भागवताचार्य पं.धनराज जी मानस बापू के द्वारा श्री राम मंदिर पर कहीं गयी।
कथा प्रसंगों के माध्यम से श्रद्वालुओं को विभिन्न जानकारियां देते हुए मानस बापू ने भगवान शंकर और माता सती की कथा का प्रसंग सुनाया जिसमें उन्होंने बताया कि जो भगवान को नहीं मानते है। उन्हें अंत में पछताना पडता है। इसलिए भगवान के प्रति सदा भक्ति भाव रखना चाहिए।
ध्रुव को परम पद दिया-
ध्रुव चरित्र के माध्यम से बताया गया कि भगवान की भक्ति करने वाला भक्त परम पद को प्राप्त करता है। और जो भगवान को पा लेता है उसे और किसी वस्तु या पद की चाह नहीं रहती है। ध्रुव ने छोटी से उम्र में भगवान की उग्र तपस्या कर उन्हें प्रसन्न किया था और 36 हजार वर्ष तक शासन कर बाद में परम पद की प्राप्ति की।
कण कण में ईश्वर समाया-
मानस बापू ने बताया कि प्रहलाद ने अपने पिता के विरूद्व भी जा कर भगवान की भक्ति को नहीं छोडा,कई प्रकार के कष्ट सहकर भी भगवान की भक्ति की और पूरे विश्व को बताया कि कण कण में भगवान समाया हुआ है। प्रहलाद की अटल श्रद्वा के कारण भगवान को एक खम्बे में से नरसिंह अवतार में आना पडा ।
तेरे द्वार खडा भगवान भगत भर देरे झोली-
राजा बलि के दंभ और अहंकार को मिटाने के लिए भगवान ने वामन अवतार ले कर तीन पग में सारी धरती को माप लिया और राजा बलि का अहंकार नष्ट कर उसे परम पद दिया। वामन अवतार के रूप में एक बालक को सजा कर लाया गया और उसके द्वारा यजमान परिवार के मनोज पुरोहित, गोपाल पुरोहित और महेश पुरोहित के द्वारा पूजा अर्चना की गई। सभी भक्तों ने आर्शीवाद प्राप्त किया।
विभिन्न संगठनो ने आशीर्वाद लिया-
कथा प्रांगण में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने श्री मद भागवत की पूजा कर गुरूदेव का आर्शीवाद लिया जिसमें वार्ड क्र. 9 के पार्षद अनुपम भंडारी ने गुरूदेव को साल श्रीफल भेंट कर सम्मान किया और पत्रकार दीपक निमजा के द्वारा भी सम्मान किया गया।इसके साथ ही ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष और पत्रकार मनोज जानी ने भी गुरूदेव का आर्शीवाद प्राप्त किया। वहीं पत्रकारों ने भी गुरूदेव का आर्शीवाद लिया इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार हरिशंकर पंवार, भारतीय पत्रकार संघ के जिलाध्यक्ष हरिश राठौड, सत्यनारायण शर्मा, वीरेंद्र भट्ट, संजय पी. लोढा, भारतीय पत्रकार संघ के तहसील अध्यक्ष प्रकाश पडियार, रजनीकांत शुक्ला, संजय वैरागी, लक्की राठौड आदि ने भी गुरूदेव से आशीर्वाद प्राप्त किया।