आत्मा और परमात्मा को जोड़ने की डोर गुरु मित्रता करो कृष्ण सुदामा जैसी वनवासी टुडे (जयराज भट्ट)

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 आत्मा और परमात्मा को जोड़ने की डोर गुरु 

मित्रता करो कृष्ण सुदामा जैसी

वनवासी टुडे (जयराज भट्ट)

सारंगी - नवीन लक्ष्मीनारायण मंदिर पर  पंडित श्री केशव चतुर्वेदी जी गड़ी भेसोला के मुखारविंद से संगीत मय श्रीमद् भागवत कथा का आज समापन हुआ सात दिन तक पंडित श्री केशव चतुर्वेदी द्वारा भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्म से लेकर पूरी कथा का सार सुनाया

बलिहारी गुरु आपकी गोविंद देव बताएं ,गुरु ही गोविंद से मिला सकता है इसलिए हर मनुष्य को अपने जीवन में एक सच्चे गुरु की शरण में जाना चाहिए बिना गुरु के कोई काम शुरू नहीं हो सकता गोविंद और मनुष्य को जोड़ने वाली डोर गुरु ही है आत्मा का परमात्मा से मिलन गुरु ही करवा सकते हैं

श्रीमद् भागवत कथा के सप्तम दिवस समापन पर पंडित श्री केशव चतुर्वेदी जी ने नवीन लक्ष्मी नारायण मंदिर पर कथा प्रसंग के माध्यम से श्रद्धालुओं को विभिन्न जानकारी देते हुए भगवान शंकर और माता सती की कथा का प्रसंग सुनाया कृष्ण जन्म , रुक्मणी विवाह, कृष्ण सुदामा की दोस्ती कृष्ण लीला आदि कई प्रसंग सात दिनों में भक्तों को सुनाएं उन्होंने बताया कि जो भगवान को नहीं मानते हैं उन्हें अंत में पछताना पड़ता है इसलिए भगवान के प्रति सदा भक्ति भाव रखना चाहिए साथ ही माता-पिता का आदर करना चाहिए

कथा समापन के पहले एक कुंडी यज्ञ का आयोजन किया गया मुख्य यजमान जगदीश पाटीदार बड़ा दरवाजा वाले ने हवन कुंड में आहुतियां दी इन सात दिनों में बड़ी संख्या में महिलाओं पुरुषों ने कथा पंडाल में पहुंचकर कथा श्रवण करने का लाभ लिया कथा समापन के बाद महा आरती उतारी गई एवं महाप्रसादी का वितरण किया गया 

मुख्य यजमान जगदीश चंद्र पाटीदार ने भागवत कथा को अपने सिर पर रखकर पंडित जी एवं भक्तों के साथ भागवत कथा को नगर भ्रमण करवाया गया जिसमें महिलाएं नृत्य करते हुए चल रही थी पूरे नगर में पुष्प वर्षा कर भागवत कथा एवं पंडित जी का स्वागत किया गया

भागवत कथा में नगर पत्रकार संघ की ओर से पंडित श्री केशव जी चतुर्वेदी का हार पहना कर एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मान किया गया 

पत्रकार संजय उपाध्याय , सुरेश परिहार , जीवन राठौड , धर्मेंद्र प्रजापत, अमित पाटीदार ने पंडित जी का सम्मान कर व्यास पीठ से आशीर्वाद लिया

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